नशा हमारे प्रदेश में किस तरह से समाता जा रहा है और युवा पीढ़ी इसका किस कदर शिकार हो रही है आपको इसका सुबूत इस वीडियो में दिखाई दे सकता है,जहां एक युवती ने सरे बाजार नशे में चूर होकर जमकर हंगामा काटा जिसे बड़ी मुश्किल में काबू कर उसके परिजनों को सौंपा गया।
दरासल यह हाई वोल्टेज ड्रामा लोहाघाट के मीना बाजार में सामने आया जहां चौराहे में नशे में चूर एक युवती ने हंगामा काटना शुरू कर दिया युवती को हंगामा काटता देख वहा पर लोगों की भीड़ जमा होने लगी जहां लोगों के द्वारा पालिका अध्यक्ष गोविंद वर्मा को इस घटना की सूचना दी गई, पालिका अध्यक्ष ने वहां पहुंच युवती को समझाने का काफी प्रयास किया पर युवती नहीं मानी जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई लेकिन युवती वहां पहुंची पुलिस से भी नही मानी और नशे में सराबोर युवती ने पुलिस कर्मियों को इधर से उधर जमकर परेड कराई इसपर युवती को बेकाबू होता देख लोहाघाट थाने से महिला पुलिस कर्मियों के साथ पुलिस अधिकारीयो को मौके पर बुलाया गया जिनके द्वारा युवती को समझाने का प्रयत्न किया गया लेकिन जब वह नही मानी तो महिला कांस्टेबलों की मदद से युवती को पकड़कर थाने ले आए जहां उससे पूछताछ किए जाने के बाद पुलिस के द्वारा युवती का मेडिकल करवाया गया ।
लोहाघाट थाने के एसओ मनीष खत्री ने बताया युवती पिथौरागढ़ की रहने वाली है तथा युवती को वन स्टॉप सेंटर चंपावत भेज दिया गया है तथा उसके परिजनों को सूचना दे दी गई है,उन्होंने यह भी बताया युवती हैदराबाद में जॉब करती है और पढ़ी लिखी फैमली से आती है,उसके द्वारा कौन सा नशा किया था उसकी मेडिकल में पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन युवती के नशा करने की पुष्टि हुई है।
वही लोगों ने बताया युवती ने खुद को मीना बाजार में बने महिला शौचालय में बंद कर लिया था और वहां नशा करने लगी जब डेढ़ घंटे तक युवती बाहर नहीं निकली तब जाकर लोगों को उस पर शक हुआ, लोगों ने इसकी सूचना पहले पालिका अध्यक्ष को फिर पुलिस को दी। युवती द्वारा सड़क पर इस हाई वोल्टेज ड्रामा में खुद को कभी पिथौरागढ़ तो कभी चंपावत का निवासी बता कर पुलिस गुमराह करती रही जहां कड़ी मशक्कत के बाद आखिर उसे काबू कर लिया गया, युवती 50 के नोट में लपेट कर कुछ नशा कर रही थी जो कि पुलिस ने बरामद कर लिया है लोगों का कहना है युवती स्मैक का नशा कर रही थी।
कुल मिलाकर ये कि नशे का जहर युवा पीढ़ी को किस तरह बर्बाद कर रहा है यह युवती की हालत को देखकर बखूबी पता लगाया जा सकता है। उत्तराखंड पुलिस को युवा पीढ़ी को नशे के जहर से बचाने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे तभी उत्तराखंड पुलिस का नशा मुक्त उत्तराखंड 2025 अभियान सफल हो पाएगा। इसके साथ ही अभिभावकों को भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए अपने बच्चों को नशे की दलदल में डूबने से बचाए रखना होगा और समाज को भी आगे आना होगा तभी मकड़जाल की तरह फेल रहे इस नशे के जहर से युवा पीढ़ी को बचाया जा सकता है।