पशुओं पर क्रूरता करने वालों के खिलाफ डीएम दिखे सख्त, ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कदम उठाने को जिलाधिकारी द्वारा उपरोक्त से संबंधित विभागीय अधिकारियों व पुलिस के आला अधिकारियों को जारी किए निर्देश।
रफी खान / रूद्रपुर
रुद्रपुर। उधम सिंह नगर जिलाधिकारी उदयराज सिंह की अध्यक्षता में पशु क्रूरता निवारण समिति की एक बैठक डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने पशुओं के प्रति क्रूरतापूर्ण बरताव करने, पशुओं को अनावश्यक पीड़ा या यातना पहुॅचाने, पशु का अंग विच्छेद करने या किसी अन्य अनावश्यक क्रूर ढंग से पशु को मार डालने एवं पशुओ को सताने वाले व्यक्तियों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की सुसंगत धाराओं में सख्ती से कार्यवाही करने के निर्देश चिकित्सा तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों को दिये गए हैं।
डीएम ने चारागाह एवं पशुधन के उपयोग हेतु अपर मुख्य अधिकारी के लिए भूमि चिन्हित करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि आवारा पशुओं का जन्म नियंत्रित हो, इसके लिए जनपद के ए०बी०सी० सैन्टरों पर आवारा पशुओं विशेषकर कुत्तों का बध्याकरण की कार्यवाही की जाये। जिलाधिकारी ने गौशाला संचालकों से कहा कि प्रशासन द्वारा गौशाला संचालन हेतु हर संभव मदद की जायेगी। उन्होंने गौशाला संचालन हेतु मिलने वाली अनुदान राशि को प्रति वर्ष समय से उपलब्ध कराने हेतु शासन से पत्राचार करने के निर्देश मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दिये। उन्होंने शहरी क्षेत्र में आवारा कुत्तों की बढ़ती तादाद के दृष्टिगत एस0ओ0पी0 बनाये जाने के निर्देश दिये। इस दौरान जिलाधिकारी ने पशु क्रूरता निवारण हेतु विभिन्न जिलों में किये गये कार्यों के अनुभव भी साझा किये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एवं नगर आयुक्त विशाल मिश्रा ने मृत पशुओं के निपटान के लिए इलेक्ट्रिक भट्टी के विषय में बताते हुए कहा कि इससे एक तो वातावरण में गंदगी और दुर्गंध नहीं फैलेगी, साथ ही हड्डारोड़ी (जहां मृत पशुओं को डाला जाता है) को लेकर भी कोई विवाद पैदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जनपद में इलेक्ट्रिक भट्टी निर्माण हेतु भी कार्यवाही की जाये।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि शासन के निर्देशानुसार वर्तमान में तहसील स्तर पर 5 स्थानों पर निराश्रित पशु संरक्षण हेतु गौशाला हेतु भूमि का चयन कर लिया गया है। जिन्हें एन०जी०ओ० के माध्यम से संचालित किया जायेगा। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये ताकि निराश्रित एवं आवारों पशुओं को संरक्षित किया जा सके।
बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.एसबी पाण्डे, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.केके जोशी, राधेकृष्ण गौसेवा सदन बाजपुर से जगदीश गोयल, कोषाध्यक्ष श्रीकृष्ण प्रणामी महाराजा अग्रसेन गौशाला सितारगंज से भीमसेन गर्ग, गौलोकधाम, कनकपुर से रामस्वरूप सिंह चौहान, नारद जोशी, व अन्य पदाधिकारी एवं सदस्यों ने शिरकत करी।