हमारे देश में जुबान जितनी राजनेताओं की फिसलती है शायद ही इतनी किसी और की फिसल पाती हो,नेताओ के बिगड़े बोल जहां अक्सर सुर्खिया बटोर लेते है तो वही ऐसे बोल लोगों की आस्थाओं को भी गहरी चोट पहुंचा जाते हैं। ताजा मामले में एक मंत्री ने सनातन धर्म की कॉरोना वायरस और डेंगू से तुलना कर विवाद को जन्म दे डाला है,जिसको लेकर पूरे देश में जगह जगह मुखालफत की जा रही है।
दरअसल तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर अभद्र टिपण्णी करने को लेकर आज मसूरी ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल के नेतृत्व में शहीद भगत सिंह चौक पर दर्जनों लोगों ने प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की
आपको बता दें कि तमिलनाडु के मंत्री द्वारा सनातन धर्म की डेंगू, मलेरिया, कोरोना जैसी बीमारियों से तुलना की गयी और सनातन धर्म को समाप्त करने के एक महा अधिवेशन “सनातन उन्मूलन सम्मेलन” में भाग लिया और सनातन धर्म को समाप्त करने की बात रखी। जिस पर पुरे देश में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
इस अवसर पर मसूरी ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि उनके द्वारा राज्यसभा सांसद नरेश बंसल को ज्ञापन दिया गया है जिसमें कहा गया है कि राज्यसभा में इस मामले को उठाएं और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के बारे में किसी प्रकार की टिप्पणी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा सनातन धर्म सबसे पुराना और करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ धर्म है।