रफ़ी खान/उत्तराखंड।
उत्तराखंड में अब बंदरों की शामत सी आई हुई,लंबे समय से लोगो को परेशान कर रहे और फसलों को चौपट कर रहे बंदरों से अब लोगो को मिलेगी राहत।
दरअसल उत्तराखंड शांत और पहाड़ी इलाका होने के चलते यह स्थान बंदरों को बेहद रास आया हुआ है जिसकी वजह से पहाड़ी क्षेत्रों में बंदरों की बहुतायत है,इन बंदरों की वजह से फसलों और अन्य तरह के हो रहे नुकसान से अब लोगों को राहत मिलने जा रही है।
बंदरों की जनसंख्या को रोकने के लिए वन विभाग ने अभियान शुरू कर दिया है बीते कुछ समय मे बंदरों की जनसंख्या गांवों और शहरी क्षेत्रों मे तेजी से बढ़ी है।जिसके चलते गांवों मे लोगों के खेती का काम छोड़ने से खेतों के खेत बंजर हो गए। इससे निजात दिलाने को वन विभाग द्वारा अब बंदरों को पकड़कर अल्मोड़ा रेस्क्यू सेंटर ले जाया जा रहा है। जंहा बंदरों का बधियाकरण कर इनके प्राकृतिक आवासों मे छोड़ा जाएगा।अभी तक वन विभाग ने एक हजार बंदरों को पकड़ा है और लगातार अभियान जारी है।बंदरों को पकड़ने के लिए बाहर से टीमों को बुलाया है।
जीवन मोहन दगाड़े डीएफओ ने बताया जून से हमने स्टार्ट किया था।अभी तक एक हजार बंदर पकड़े है।जंहा पे बंदरों का ज्यादा आतंक है पिथौरागढ़, गंगोलीहाट, बेरीनाग डीडीहाट और मुनस्यारी इन पाँच रेंजों से हमारा अभियान जारी है इसके बाद अगले क्षेत्र में बंदरों को पकड़ने का अभियान चलाया जायेगा।