एक दिन वह था कि दिवाली के नजदीक आते ही मिट्टी के दीए और दिवाली का साजो सामान बनाने वाले कुम्हार और तैयार माल को मार्किट में बेचने वालो के चेहरे खिल उठते थे लेकिन अब आधुनिक युग ने मिट्टी की जगह पर अपना कब्जा जमा लिया है जिससे कुम्हारों के घर का चूल्हा दिवाली जेसे बड़े त्योहार पर भी ठंडा पड़ा हुआ है।
रफी खान/ काशीपुर,उत्तराखंड।
काशीपुर रोटरी क्लब ने नगर क्षेत्र में दिवाली उत्सव आयोजन में उमड़े लोगो के बीच क्षेत्रवासियो से अपील करी है कि वह दीपावली पर मिट्टी से बने दीयो का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करे। आपको बता दें दीपकों के त्यौहार दीपावली के स्वागत में रोटरी क्लब ऑफ काशीपुर कॉर्बेट ने दिवाली का पर्व धूम धाम से मनाया। बाज़पुर रोड स्थित होटल कुमाऊँ प्लाजा के सभागार में इस अवसर पर क्लब अध्यक्ष डॉ दीपिका गुड़िया आत्रेय ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि भागदौड़ की ज़िंदगी में ये पर्व हमें उल्लास एवं स्फूर्ति का संचार करते हैं।
गीत संगीत से सजी शाम को सभी ने दीप प्रज्वलित कर विभिन्न खेलों एवं मनोरंजक कार्यक्रमों के साथ मनाया. अंत में सचिव डॉ सुरुचि सक्सेना ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए मिट्टी से बने दीपकों को ही प्रयुक्त करने का संदेश दिया।
इस अवसर पर रो.डॉ नरेश महरोत्रा,अनिल घई,टी.एस.सोढ़ी,राजीव घई,सुरेन्द्र पाल,विनीत रावल,दीप महरोत्रा,अनिल लड्डा,डॉ नीरज आत्रेय,डॉ इला महरोत्रा,नीलम घई, रेणु रावल, दीपाली महरोत्रा, श्रीमती मित्तल,संगीता लड्डा आदि उपस्थित रहे।