रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
रामनगर। मैं कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के कार्यालय पर ग्रामवासियों मवेशियों की बाघ से सुरक्षा की मांगों को लेकर घेराव कर प्रदर्शन किया। उन्होंने वन्यजीवों के हमले में मरने वालों के घर वालों को 25 लख रुपए मुआवजा और घायलों के लिए इलाज की मांग उठाई वही आक्रोशित ग्रामीणों ने 31 दिसंबर को कॉर्बेट नेशनल पार्क का ढेला रेंज बंद कर पर्यटकों की आवाजाही ठप करने की चेतावनी भी दी। उत्तराखंड में लोग मर रहे हैं और डर के साए में जीने को मजबूर है अब तेंदुए जंगली सूअर आदि अब विलुप्त प्रजाति नहीं रह गए हैं यह हर गांव हर घर घूम रहे हैं अब सरकार को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1973 में परिवर्तन कर इन जानवरों को संरक्षित प्रजाति से बाहर करना चाहिए तभी उत्तराखंड के लोगों की जान बच सकती है।