रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
रामनगर: रामनगर-काशीपुर नेशनल हाईवे 309 पर गुरुवार की दोपहर दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। एक अज्ञात बोलेरो वाहन के चालक ने 12 वर्षीय मासूम को कुचल दिया और फरार हो गया। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था चंद किलोमीटर दूर ही पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा ग्राम टांडा निवासी त्रिलोक की 12 वर्षीय बेटी साक्षी अपने दादा के साथ पीरूमदारा जाने के लिए टेंपो का इंतजार कर रही थी। तभी अचानक एक तेज़ रफ्तार बोलेरो मौत बनकर आई और मासूम साक्षी को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे के बाद आरोपी चालक मौके से भाग निकला, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी ने उसे ज्यादा दूर नहीं जाने दिया। दुर्घटना के बाद मासूम साक्षी को तुरंत सरकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस दर्दनाक घटना से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। गांव में मातम पसरा हुआ है, और हर किसी की आंखों में गुस्सा और आंसू दोनों हैं। आरोपी की गिरफ्तारी और पुलिस की कार्रवाई घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने चौतरफा घेराबंदी कर आरोपी चालक को पीरूमदारा में धर दबोचा। पुलिस ने बोलेरो वाहन को भी कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। अब सवाल ये उठता है—क्या लापरवाह ड्राइवरों पर कोई सख्त कार्रवाई होगी या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा? इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर रामनगर की ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर कब तक मासूम बच्चे तेज रफ्तार और लापरवाही का शिकार होते रहेंगे? क्या प्रशासन सड़क सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम उठाएगा, या फिर ऐसे हादसों की कहानी यूं ही दोहराई जाती रहेगी? इस घटना से गुस्साए स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। क्या साक्षी को न्याय मिलेगा? या फिर यह मामला भी एक सामान्य सड़क दुर्घटना बनकर रह जाएगा?