रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
रामनगर। स्मार्ट मीटरों को लेकर उपजे विवाद ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। रामनगर कोतवाली पुलिस ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत व उनके समर्थकों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, मारपीट, तोड़फोड़ और उपकरण चोरी सहित भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। विद्युत विभाग के अनुसार, 17 अप्रैल की शाम शिवलालपुर चुंगी क्षेत्र में एक पेट्रोल पंप के पास दुकानों पर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे थे। इसी दौरान पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और मीटर लगाने का विरोध करते हुए विभागीय कार्रवाई को बाधित किया। आरोप है कि उन्होंने कुछ स्मार्ट मीटरों को जबरन जमीन पर पटककर तोड़ दिया और कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की व मारपीट भी की। पूर्व विधायक रावत का कहना है कि बिना उपभोक्ताओं की सहमति के जबरन स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, जिससे आम जनता को भारी भरकम बिजली बिलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने इस योजना को जनविरोधी करार देते हुए तत्काल रोक लगाने की मांग की है और संबंधित कंपनी व विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इससे पहले भी किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने अपने क्षेत्र में स्मार्ट मीटरों का विरोध किया था। अब रामनगर में भी इसी तरह की घटना ने विरोध की चिंगारी को और हवा दे दी है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद यूनुस ने बताया कि विद्युत परीक्षण प्रयोगशाला रामनगर के अपर अभियंता चंद्रलाल की ओर से दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तहरीर में यह भी आरोप है कि घटनास्थल से ड्रिल मशीन व उसकी दो बैटरियां भी गायब हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।