Atiq Ashraf Murder Case, 17 April 2023: अतीक-अशरफ हत्याकांड मामले की जांच के लिए यूपी के डीजीपी आर के विश्वकर्मा ने दो एसआईटी गठित की हैं। इससे पहले तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया था।
प्रयागराज में शनिवार को माफिया अतीक अमहद और उसके भाई अशरफ को पुलिस की रिमांड में तीन युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई। ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने वाले युवकों ने तुरंत सरेंडर कर दिया। पुलिस ने मौके पर ही तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। अब इस मामले में डीजीपी ने दो एसआईटी का गठन किया है। इससे पहले सीएम ने तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन भी किया था।
अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए दो SIT का हुआ गठन
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या के मामले की जांच स्पेशल इंवेस्टिगेटिव टीम (SIT) करेगी। यूपी के डीजीपी आर के विश्वकर्मा ने इस मामले में दो एसआईटी गठित की हैं। इसमें पहली एसआईटी को प्रयागराज जोन के एडीजी भानुशंकर सीट करेंगे। इसमें प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर और एफएसएल के निदेशक भी शामिल होंगे। वहीं दूसरी एसआईटी को अपर पुलिस उपायुक्त क्राइम सतीश चंद्र हेड करेंगे। टीम में एसीपी सतेंद्र तिवारी और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ओम प्रकाश सिंह को भी शामिल किया गया है।
एसआइटी अभिरक्षा में तैनात रहे पुलिसकर्मियों की भूमिका, उनकी उपस्थिति और उनकी ओर से उठाए गए कदम के सभी तथ्यों की छानबीन करेगी। इसके साथ ही एसआईटी तीनों आरोपियों की मोडस अपरेंडी का पता लगाते हुए कड़ी से कड़ी जोड़कर जांच को आगे बढ़ाएगी। इस हत्याकांड को लेकर प्रयागराज पुलिस कोर्ट से तीनों आरोपियों की रिमांड मांगने की भी तैयारी कर रही है। बता दें कि इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद गृह विभाग ने कमीशन ऑफ़ इनक्वायरी एक्ट 1952 के तहत इस तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग को गठित किया है।
दो महीने में देनी होगी रिपोर्ट
यूपी सरकार ने पूरे मामले में इससे पहले न्यायिक आयोग का गठन किया था। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरविन्द कुमार त्रिपाठी द्वितीय की अध्यक्षता में पूर्व पुलिस महानिदेशक सुबेश कुमार सिंह और सेवानिवृत्त जनपद न्यायाधीश बृजेश कुमार सोनी को बतौर सदस्य आयोग में शामिल किया गया है। आयोग 2 महीने में पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
पुलिस अभिरक्षा में अतीक और अशरफ की हत्या को लेकर पुलिस पर कई सवाल उठ रहे हैं। इससे जांच अधिकारियों के सामने कई तरह की चुनौती है। उधर, नैनी जेल में बंद अतीक के बेटे अली और गुर्गाें की निगरानी बढ़ा दी गई है। अतीक के शूटरों को भी नैनी जेल में दाखिल किया गया है, जिससे उनके बीच टकराव की आशंका पैदा हो गई है।