मानव वन्यजीव संघर्ष रोकने के लिए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में आहूत हुई बैठक,वरिष्ठ पत्रकारों के बीच कई गंभीर मुद्दों पर हुई चर्चा, सीटीआर निदेशक ने कहा मानव और वन्यजीव के बीच चले आ रहे संघर्ष को रोकना होगा।
रिपोर्ट मोहम्मद कैफ खान/रामनगर
रामनगर। सीटीआर निदेशक द्वारा जनपद नैनीताल के रामनगर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व कार्यालय के सभागार में पत्रकार बंधुओं के साथ मानव वन्यजीव संघर्ष थीम पर आधारित एक समन्वय बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें मानव बाघ संघर्ष को कम करने व सह अस्तित्व की ओर बढ़ने हेतु विचार विमर्श किया गया।
गौरतलब रहे कि पिछले दो दशकों में उत्तराखंड में मानव वन्यजीव संघर्ष के कारण लगभग 50 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। इसके अलावा मानव वन्यजीव संघर्ष के कारण उत्तराखंड में लगभग 200 व्यक्ति प्रतिवर्ष घायल होते हैं। मानव वन्यजीव संघर्ष से इंसानों की होने वाली लगभग आधी मृत्यु का कारण तेंदुए और बाघ का इंसानों पर हमला है। मानव वन्यजीव संघर्ष की समस्या केवल उत्तराखंड राज्य तक ही सीमित नहीं है। बल्कि देशभर में यह संघर्ष अलग-अलग रूप व तीव्रता में देखा गया है।
बैठक में पत्रकारों के समक्ष कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक धीरज पांडे द्वारा बताया गया कि हम इस मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए कई प्रयास करेंगे जिससे यह घटनाएं कम हो सके। तथा जो भी गांव वनों से जुड़े हुए हैं उनके बीच जो मानव और बाघ को लेकर भ्रांतियां फैली हुई है उनको कम किया जाएगा। व हर संभव प्रयास रोकने के लिए किए जाएंगे।