रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
रामनगर। कोर्बेट नेशनल पार्क में बाहरी जिप्सी ड्राइवरों को फर्जी तरीके से स्थायी बनाए जाने का एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसने रामनगर के स्थानीय निवासियों और ड्राइवरों में आक्रोश पैदा कर दिया है। स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बाहरी ड्राइवरों को अवैध तरीके से पार्क के स्थायी ड्राइवरों की सूची में शामिल किया जा रहा है, जबकि स्थानीय ड्राइवरों को इस प्रक्रिया से दरकिनार किया जा रहा है। इससे स्थानीय निवासियों पर बेरोजगारी का संकट गहरा हो रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप सूत्रों के मुताबिक, यह आरोप है कि कुछ बाहरी लोगों को फर्जी दस्तावेज़ों के माध्यम से स्थानीय ड्राइवरों के स्थान पर स्थायी किया जा रहा है। इस मामले में कई सवाल खड़े हो रहे हैं, खासकर जब यह सामने आया है कि इसमें प्रशासनिक स्तर पर अनियमितताएँ हो सकती हैं। हालांकि, इस मामले में किसका हाथ है, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जांच की मांग स्थानीय सूत्रों ने इस मामले की पूरी जांच की मांग की है, ताकि सभी तथ्य सामने आ सकें और दोषियों पर कार्रवाई की जा सके। रामनगर के स्थानीय निवासियों और ड्राइवरों का कहना है कि यह मामला सिर्फ उनकी रोजी-रोटी का नहीं है, बल्कि पूरे क्षेत्र की पारदर्शिता और ईमानदारी पर सवाल खड़ा करता है। पार्क प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार अब सबकी नज़रें पार्क प्रशासन पर हैं कि वह इस मामले में क्या कार्रवाई करता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर इस मामले की सही तरीके से जांच नहीं की गई तो वे बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं, और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि वह इस गंभीर मुद्दे का समाधान कैसे करता है। स्थानीय संगठनों और निवासियों ने इस मुद्दे को लेकर अपनी चिंताएँ व्यक्त की हैं और मांग की है कि प्रशासन जल्द से जल्द इस पर कार्रवाई करे ताकि स्थानीय लोगों के अधिकारों का हनन न हो।