चिकित्सा क्षेत्र में चमत्कार होना कोई नई बात नही अक्सर हमारे भारत के वरिष्ठ चिकित्सक चिकिसा क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियां सामने लाते हुए लोगों को हैरान कर देते हैं, ऐसा ही एक बड़ा कारनामा कर दिखाया है चिकित्सकों ने मुरादाबाद में, जानिए चिकित्सकों की यह बड़ी उपलब्धि।
उत्तर प्रदेश ब्यूरो शाहनवाज नकवी की रिपोर्ट।
मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश। एशियन विवेकानंद अस्पताल मुरादाबाद में हुआ पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड का पहला MICS CABG यामिनिमली इनवेसित कोरोनरी आर्टरी बाईपास ग्राफ्टिंग का सफल इलाज।
जी हां उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में इस बड़ी उपलब्धी को सफल कर दिया है यूपी के मुरादाबाद स्थित एशियन विवेकानंद अस्पताल ने उक्त कामयाब इलाज के तौर पर मरीज को दिया नवजीवन और वह भी आयुष्मान योजना के तहत बिल्कुल मुफ्त।
आपको बता दें ऐसा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में पहली बार हुआ है। 13 अक्टूबर को एशियन विवेकानंद हॉस्पिटल में हुई पहली MICS CABG या मिलिमती इनवेसिव कोरोनरी आर्टरी बाईपास ग्राफ्टिंग पर आयोजित प्रेस वार्ता में ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ राज कपूर ने बताया कि भारत में सीएनजी या कोरोनरी बाईपास सर्जरी पारंपरिक रूप से स्तन की हड्डी या उरोस्थि को विभाजित करके या काटकर की जाती है।
गौरतलब रहे MICAS या MICS CABG सर्जरी को एक सुरक्षित और संपूर्ण ऑपरेशन माना जाता है और इसने कोरोनरी सर्जरी करने के तरीके न क्रांति ला दी है। एशियन स्टल फरीदाबाद ने भारत में 400 और अधिक MICS CABG सफलतापूर्वक पूरी की है। आइए विस्तार से जानते हैं ठाकुरद्वारा कस्बे के कुलदीप सिंह की बाईपास सर्जरी करने वाली पूरी टीम से क्या है पूरा मामला