रफ़ी खान/ संपादक
काशीपुर। उत्तराखंड में निकाय चुनाव का बिगुल बजने के उपरांत जहां बीजेपी और कांग्रेस ने अपने अपने परचम फहराने को समीकरण बैठाने शुरू किए हुए हैं तो वहीं बहुजन समाज पार्टी भी सूबे में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ने के लिए मजबूत दावेदारों की जुगत में जुटी हुई है।
आपको बता दें कि प्रदेश की हॉट सीटों में से एक में शुमार काशीपुर नगर निगम एक बार फिर से चर्चाओं में बना हुआ है यूं तो काशीपुर में बीजेपी और कांग्रेस का ही वर्चस्प रहा है लेकिन सन् 2008 के पालिका चुनाव में बसपा नेता शमशुद्दीन ने अपनी जीत का पताका फहरा कर सबको चौका दिया था। इसलिए आज भी वह पार्टी के लिए सबसे प्रथम पायदान पर है और पार्टी उनको लेकर लगातार संपर्क बनाए हुए है।
राजनीतिज्ञ गलियारों में आज भी यह बाजार गर्म है कि यदि बसपा से एकबार पुनः शमशुद्दीन ताल ठोकते हैं तो बीजेपी के दांत खट्टे हो या न हों लेकिन कांग्रेस के दांत जरूर खट्टे हो सकते हैं सूत्र बताते हैं कि जीत का सपना सजोए भाजपा के एक कद्दावर नेता बसपा नेता से संपर्क जोड़ने व लगातार उनपर डोरे डालने के प्रयास में लगे हैं। लेकिन इसपर बसपा नेता शमशुद्दीन का कहना है कि मैं किसी की प्रेमिका नहीं जो कोई मुझ पर डोरे डाले, पिछली बार भी में जनता की पसंद से मैदान में आया था भविष्य में काशीपुर की सम्मानित जनता ही मुझे मैदान में पुनः उतार सकती है में किसी शतरंज का मोहरा नहीं जो कोई अपनी जीत के लिए मुझे फिट कर सके।
फिलहाल राजनीतिक चर्चाओं को लेकर काशीपुर में कयासों का दौर शुरू हो चुका है अब देखना यह होगा कि किया इस बार नगर निगम मेयर चुनाव सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस में ही सिमट कर रहता है अथवा किसी अन्य दल से कोई मजबूत चेहरा सामने आकर समीकरणों में फेरबदल कर सकता है।