रफी खान/ उत्तराखंड
पहाड़ों की रानी कही जाने वाली उत्तराखंड की मसूरी इस समय पर्यटकों की आवाजाही के चलते भरी जाम से जूँझ रहा है इससे जहां मौसम का आनंद लेने पहुंचने वाले पर्यटक को इस भीषण गर्मी में लगभग 12 किलोमीटर तक का सफर अतिरिक्त तय करना पड़ रहा है तो वही इन दिक्कतों के चलते हैं पर्यटकों की जेब पर भी असर होता नजर आ रहा है।
आज इस भारी समस्या को लेकर मसूरी स्थित एक होटल के सभागार में पर्यटन सचिव सी रविशंकर ने होटल एसोसिएशन टैक्सी एसोसिएशन सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के साथ बैठक कर शहर में लगने वाले जाम को लेकर चर्चा करते हुए रणनीति बनाने की बात कही साथ ही किंक्रेग स्थित कार पार्किंग से शटल सेवा शुरू कर यातायात के दबाव को कम करने को कहा।
बैठक में होटल एसोसिएशन द्वारा वन वे ट्रैफिक का विरोध किया गया और इससे व्यापारियों को हो रही हानि के बारे में अवगत कराया होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि मसूरी आने वाले पर्यटकों को वन वे ट्रैफिक से 12 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है जिससे होटल व्यवसाय पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए पर्यटन सचिव सी रवीशंकर ने कहा कि सभी संबंधित विभागों से आपसी तालमेल बनाकर कार्य करने को कहा गया है साथ ही केंपटी फॉल से देहरादून जाने वाले वाहनों को हाथीपांव मार्ग से भेजा जाएगा जिससे कि मसूरी में यातायात का दबाव कम हो सके उन्होंने कहा कि शटल सेवा के लिए रणनीति बनाने का 30 जून तक का समय दिया गया है साथ ही रोपवे पर हो रहे अतिक्रमण पर भी कार्यवाही की बात रखी है उन्होंने कहा कि मसूरी विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है और यहां पर आने वाले पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए जिसके लिए पर्यटन विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है।