रफी खान/काशीपुर
काशीपुर,उत्तराखंड । बीती 8 जून को वैशाली कॉलोनी निवासी शीला देवी बाजार का काम निपटा कर अपने घर जा रही थी, इसी दौरान रोडवेज के पास खड़े तीन युवकों ने उनके गले से झपट्टा मारते हुए चैन लूट ली और हाथ से पर्स छीन कर फरार हो गए। घटना की सूचना भुक्तभोगी के पुत्र विनीत कुमार ने आईटीआई थाने को दी जिसपर पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए सीसीटीवी कैमरे की मदद से किसी एक और बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे तीन सगे भाइयों को पुलिस ने धर दबोचा।
आज अपर पुलिस अधीक्षक ने खुलासा करते हुए बताया कि वैशाली कॉलोनी निवासी शीला देवी 8 जून को बाजार में आई थीं और वापस अपने घर को लौट रही थीं। एमपी चौराहे से आगे बस स्टैंड की तरफ जाने के दौरान एक लड़के ने उनकी चेन लूट ली थी और उनके हाथ से पर्स छीन लिया था। उस लड़के को पकड़ने के लिए उसके पीछे 2 लड़के भागे थे। माताजी को संदेह हुआ कि ये तीनों साथ हो सकते हैं। इसी सूचना के आधार पर सीसीटीवी और टेक्निकल एविडेंस के माध्यम से पता चला कि ये लड़के एक ही साइड से आए थे और ये लोग जा रहे थे। बाद में मुखबिर के माध्यम से पता चला कि ये तीनों काशीपुर में ही कहीं रह रहे हैं और तीनों को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है।अपर पुलिस अधीक्षक अभय प्रताप सिंह ने बताया कि जब इनको पकड़ा गया तो इनके पास एक अवैध तमंचा, 2 चाकू और महिला की लूटी हुई चेन और पर्स बरामद हुआ। पूछताछ के बाद पता चला कि ये तीनों दिल्ली में रहते थे और वहां पर ढाबे का काम करते थे। वहा नुकसान होने के बाद इनकी बुआ काशीपुर में रहती थी उनके एक्सपायर होने के बाद से ये माता पिता के साथ यही रहते हैं। और आर्थिक तंगी के चलते इन लोगों ने लूट जैसी घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया । फिलहाल पुलिस इन का आपराधिक इतिहास खंगालने में भी जुटी हुई है ।आज तीनों को पुलिस अभिरक्षा में न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।