रफी खान / उधम सिंह नगर
उधम सिंह नगर में पारिवारिक रंजिश और जमीन जायदाद की तलब में रिश्तो को तार-तार कर दोहरे हत्याकांड की सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वालो को आखिर पुलिस ने गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल कर ली है।जिसका जनपद के पुलिस कप्तान ने मीडिया के सामने खुलासा करते हुए वारदात से जुड़ी परत दर परत सामने रखी।
आपको बता दें कि बीते दिनों जनपद उधम सिंह नगर के केला खेड़ा स्थित बोर नदी में पुलिस को तीन टांगे बरामद हुई थी जिसके बाद पुलिस ने गहन जांच पड़ताल करने के बाद तीन टांगों का रहस्य का खुलासा किया गौरतलब रहे के केला खेड़ा के ग्राम रामपुरा काजी में एक मामला सामने आया था जहां एक युवक ने अपने एक साथी के साथ मिलकर अपने ससुर और बुआ की हत्या कर दी और उनके शरीर के छोटे-छोटे टुकड़े कर नदी में बहा दिए। पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड में शामिल दोनों आरोपियों धर्मेंद्र सिंह तथा गुरुदेव सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
पिछले दिनों केलाखेड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम रामपुरा काजी की रहने वाली जोगेंद्रो कौर अपने घर से लापता हो गई थी ।पुलिस ने जोगेंद्रों की काफी तलाश की लेकिन जब उसका कोई पता नहीं चला तो पुलिस ने बोर नदी में सर्च अभियान चलाया ।अभियान के दौरान पुलिस को तीन मानव अंग बरामद हुए। जोगेंद्रो की पुत्री ने मानव अंगों में से दो कटी हुई टांगों और कपड़े के आधार पर मृतका की शिनाख्त अपनी मां के रूप में की जबकि दूसरे मानव अंग की शिनाख्त गुरमीत सिंह के रूप में हुई। मृतक गुरमीत सिंह भी कई दिनों से घर से लापता था।
पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड का खुलासा करने के लिए सैकड़ों लोगों से पूछताछ की ओर तमाम सीसीटीवी कैमरे चैक किए। जिसमे एसपी काशीपुर अभय प्रताप सिंह और एसपी क्राइम रुद्रपुर चंद्र शेखर घोड़के ने सराहनीय काम करते हुए इस ब्लाइंड दोहरे हत्याकांड से पर्दा उठाने में अहम किरदार अदा किया। जांच के दौरान पुलिस को मृतक गुरमीत सिंह को अंतिम बार गुरदेव सिंह और धर्मेंद्र सिंह के साथ देखे जाने की जानकारी मिली जिसके बाद पुलिस ने गुरदेव और धर्मेंद्र को धर दबोचा। दोनों के पुलिस की गिरफ्त में आते ही हत्याकांड की सारी परतें परत दर परत खुलती चली गई।
मृतका जोगेंद्रो गुरुदेव सिंह की बुआ थी जबकि मृतक गुरमीत सिंह गुरुदेव का ससुर था,दरअसल जोगेंद्रो कौर पैसा ब्याज पर देकर लोगों की जमीन गिरवी रखती थी।आरोपियों के अनुसार जोगेंद्रो गिरवी रखी जमीन को गैर धर्म के व्यक्ति को खेती के लिए दे देती थी। इस बात से नाराज गुरुदेव सिंह और धर्मेंद्र सिंह ने उसकी हत्या की योजना बना ली। जबकि दूसरी और गुरुदेव का ससुर गुरमीत सिंह नशे का आदि था पूर्व में गुरुदेव ने उसे बंदूक खरीदने के लिए पैसे दिए तो बंदूक खरीदने की बजाय गुरमीत सिंह ने वो पैसा नशे में खर्च कर दिए। इस बात को लेकर ससुर और दामाद में नाराजगी चल रही थी।चूंकि गुरमीत को जोगेंद्रो की हत्या की योजना का पता था इसलिए उसने दोनों को पुलिस से शिकायत करने की धमकी दी ।जिसके बाद दोनों ने पहले गुरमीत की हत्या कर दी फिर उसके बाद जोगेंद्रो कौर को बहाने से घर के पीछे ले गए और फिर उसकी भी गला घोंटकर हत्या कर दी।
आरोपियों ने बाद में दोनों लाशों के छोटे छोटे टुकड़े कर बौर नदी में बहा दिए थे।एस एस पी मंजू नाथ टीसी ने बताया कि घटना में प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिए है।चूंकि मृतकों के अंग नदी में बह कर उत्तर प्रदेश की तरफ चले गए है। इसलिए बाकी अंगों की तलाश के लिए उत्तर प्रदेश की पुलिस से संपर्क किया जायेगा।