रफ़ी खान/ काशीपुर,उत्तराखंड।
ऊधम सिंह नगर में जेबकतरे,चोर और उचक्के किस कदर हावी है इसकी बानगी काशीपुर नगर निगम में सीएम कार्यक्रम के दौरान देखने को मिली जहां उन्होंने सुरक्षा के भारी तामझाम के बीच भी लोगों के माल पर हाथ साफ कर लिया। ऐसे लोगों को अब खाकी का भी कोई डर सताता हो ऐसा प्रतीत नहीं होता।
आपको बता दें प्रोग्राम चाहे बैंड बाजे के साथ शादी का हो या फिर किसी अपने के जाने के गम में मौत पर रोते बिलखते लोगो के दुख की घड़ी का। जेबकतरों और चोर उच्चको को इससे मतलब नहीं, ऐसे लोगों का मकसद वहां घुलमिलकर लोगो के माल़ पर हाथ साफ कर लेना है।
लेकिन हद तो तब और भी हो जाती है जब ऐसे लोग वीवीआइपी प्रोग्राम,आयोजनों में बेधड़क घुसकर लोगो की जेब काट कर,कीमती सामान उड़ा कर आसानी से निकल जाते हों। जी हां ऐसा ही एक नजारा बीते रोज काशीपुर में देखने को मिला जहां नगर निगम में आएं सीएम पुष्कर सिंह धामी के बड़े आयोजन में जेबकतरों और उचक्कों का इस तरह बोलबाला रहा कि उन्होंने एबीपी न्यूज के पत्रकार विकास गुप्ता तक की जेब पर हाथ साफ कर लिया वह भी तब जब सीएम की सुरक्षा के बीच पत्रकारगण मुख्यमंत्री की बाइट कर रहे थे।
सीएम की निजी सुरक्षा के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों का एक सुरक्षात्मक घेरा होने के बावजूद पत्रकारों, लोगो की जेबें कट जाना अथवा माल पर हाथ साफ हो जाना इस बात को दर्शाता है की कही खाकी का रंग फीका तो नही पड़ता जा रहा है।
यहां बड़ा सवाल ये नही के ऐसा कोई भी व्यक्ति प्रोग्राम में केसे घुस आया बल्कि हमारा सवाल यह है की आखिर क्यों इतने बड़े प्रशासनिक अमले और पुलिस महकमे की उपस्थिति का भी जेबकतरों,चोर उचक्कों को डर नहीं रहा? ऐसे लोगों और बदमाशों के दिलो से खाकी का खौफ अब कही मांद तो नही पड़ रहा है,अगर ऐसा है तो पुलिस के आला अधिकारियों को इस पर गंभीरता से सोचना होगा जिससे महंगाई के इस दौर में प्रदेश की जनता सुकून के कुछ पल हासिल कर सके।