जनता अपना कीमती मत देकर नेताओ को गद्दी पर इसलिए बैठाती है की उसको मूलभूत सुविधाएं मिलेगी और ज्वलंतकारी समस्याओं का निराकरण करते हुए उसकी मांगो को पूरा किया जाएगा। लेकिन ऐसा उत्तराखंड प्रदेश की सियासत में बहुत कम देखने को मिलता है कम से कम काशीपुर में तो बिल्कुल दिखाई नहीं देता,पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा को जनता ने काशीपुर को जिला बनाने के नाम पर चार बार वोट देकर विधायक बनाया लेकिन काशीपुर जिला बनना तो दूर की बात यह शहर जैसा था अब वैसा है ऐसा नजर नहीं आता। दूसरी और क्षेत्र की राजनीति में विपक्ष की भूमिका अदा कर रहे नेतागण भी सियासत के वेंटिलेटर पर सोए पड़े हों ऐसा प्रतीत होता है।
रफ़ी खान / काशीपुर,उत्तराखंड।
लंबे समय से अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे काशीपुर की दिशा व दशा सुधारने के लिए स्थानीय चुने हुए जन प्रतिनिधियों को कोई सरोकार है ऐसा नजर नहीं आ रहा है तो वही दूसरी ओर स्थानीय विपक्षी नेता इस और से उदासीन बने हुए है जिसके चलते आज काशीपुर बदहालता की दहलीज पर जा पहुंचा है।
नगर क्षेत्र में जहां टूटी फूटी सड़को और गड्डो से लोग परेशान है तो वही छह साल से बन रहा फ्लाई ओवर सफेद हाथी का रूप धारण कर चुका है जिससे शहर का आवागमन ठप्प हो चुका है। प्रदेश में डेंगू लगातार पैर पसार रहा है इसके बावजूद नगर क्षेत्र में कुंडे और गंदगी के अंबार देखे जा सकते है लेकिन निगम प्रशासन कुंभकर्णी नींद सोया पड़ा है।
काशीपुर क्षेत्र की दुर्दशा पर विपक्ष की उदासीन भूमिका से मुतल्लिक जब मीडिया ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री मुक्ता सिंह से बात की तो उन्होंने कहा की विपक्ष की अब सुनता कोन है बीजेपी ने सरकारी मशीनरी तक को कब्जे में कर रखा है प्रदेश में हिटलर शाही हावी है,वह यही तक नहीं रुकी वह मीडिया पर ही जमकर बरसी और कहा के मीडिया पहले जनहित और देशहित में काम करता था लेकिन अब सिर्फ सरकार की बीन बजाने के अलावा उसके पास है क्या… देखिए विडियो और किया कहा
दूसरी और क्षेत्र के बहुजन समाज पार्टी नेता व पूर्व विधायक प्रत्याशी अशरफ एडवोकेट ने काशीपुर की बदहालता का ठीकरा क्षेत्र की जनता के सर फोड़ते हुए कहा कि जब निष्क्रिय लोगो को वोट किया जाएगा तो नतीजा यही होगा।